राजनांदगांव : जबरदस्त सदस्यता अभियान: कांग्रेस अब भाजपा के मुकाबले की पार्टी नहीं – रविन्द्र रामटेके…

सिर्फ 86 दिन में 60 लाख सदस्य बने

राजनांदगांव भाजपा आलाकमान के निर्देश पर इस जिले सहित समूचे छत्तीसगढ़ में महज 86 दिन में 60 लाख ऑनलाइन सदस्य बनाए गए जिससे विपक्ष कांग्रेस के पैरों तले की जमीन खिसक गई है। जिला भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष रविंद्र रामटेके ने यह बात कहते हुए कहा कि 6 सितंबर से 30 नवंबर तक चले इस महा अभियान में भाजपा के नेताओं कार्यकर्ताओं ने जी जान से भीड़कर सदस्य बनाए इस सदस्यता मुहिम में बड़ी संख्या में लोग सवेस्फूर्त होकर सदस्यता ग्रहण की उनमें बिलकुल नई जुड़ने वाले युवाओं का उत्साह बहुत ही ज्यादा था जो अपने अपने साथी सहेलियों को भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के लिए प्रेरित करते रहे।


रामटेके ने आगे कहा कि 6 अप्रैल 1980 को मिथुन लग्न में स्थापित हुई भाजपा ने बहुत ही जल्दी अपनी सदस्य संख्या बढ़ते हुए विश्व स्तर पर अपनी और देश की साख को नहीं ऊंचाई दी और यह सब गांव से लेकर शहर स्तर तक के नेताओं कार्यकर्ताओं के बलबूते हुआ भाजपा ही एक ऐसी सियासी पार्टी है। जो विश्व में सबसे बड़ी संस्था के रूप में जानी पहचानी जाती है। इस संस्था के मेंबरशिप को सिर्फ ऑनलाइन रिकॉर्ड रखने के उद्देश्य से पुरानी सभी के सदस्यता राष्ट्रीय स्तर पर एक साथ निरस्त करके फिर से सदस्यता अभियान पूरे देश में चलाया गया इस मूहिम में छत्तीसगढ़ भाजपा का वर्चस्व पूरे देश में बढ़ चढ़कर है सिर्फ 86 दिन में 60 लाख सदस्य बनाना हंसी टिटौली का खेल नहीं है

यह आंकड़ा देखकर समझ में आता है कि पार्टी का प्रत्येक नेता और कार्यकर्ता अपने पार्टी के लिए कितने समर्पित हैं निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ भाजपा का यह रचनात्मक कार्य है पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। इसके लिए प्रदेश भाजपा संगठन और सरकार को राष्ट्रीय भाजपा की प्रशंसा मिलना स्वाभाविक ही है। इतना अवश्य है कि निकटतम विपक्षी पार्टी कांग्रेस की कांग्रेस की चिंता इस बड़ी सफलता से बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि अब भाजपा का छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, प्रदेश के सदस्यता अभियान प्रभारी अनुराग सिंह देव, सांसद संतोष पांडे, जिला भाजपा अध्यक्ष रमेश पटेल, पूर्व सांसद मधुसूदन यादव, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह और प्रत्येक नेता कार्यकर्ता आगामी नगरी निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सफलता के झंडे गाड़ने के लिए अभी से भीड़ जाएंगे।